दयानन्द मत भञ्जन

स्वामी दयानन्द सरस्वती #सत्यार्थ_प्रकाश के ग्यारहवे समुल्लास में कह रहे है कि सनातन धर्म मे विग्रह पूजन जैनियों द्वारा चलाई गई है सनातन धर्म मे विग्रह पूजन का उल्लेख कहीं…

क्यों सात बार राई वारने से उतर जाती हैं नजर

मित्रों अक्सर हम सुनते है कि जब किसी को नजर लग जाती है तो उसे कहते हैं कि अपनी मुट्ठी में राई लेकर अपने सिर से सात बार वार कर…

श्रीविष्णु, श्रीलक्ष्मी जी, श्रीशिव, माता पार्वती सभी एक है

🔯#हरि_हर_लक्ष्मी_शिवा_भिन्न_नहीं 🔯🚩श्रीराम!जो लक्ष्मी हैं वही गिरिजा हैं,जो हरि हैं वही शङ्कर हैं,ऐसा शास्त्र कहते हैं--#या_श्रीः_सा_गिरिजा_प्रोक्ता_यो_हरिः_स_त्रिलोचनः।(वाराह पु.५४- ३)।इसी प्रकार उमा रमा राधादि सभी अभिन्न ही हैं। कोटि कोटि ब्रह्माण्डोंकी उत्पत्ति पालन…

“न तस्य प्रतिमा अस्ति” का वास्तविक अर्थ

ना तस्य प्रतिमा अस्ति ।एक यजुर्वेदीय मंत्र को लेकर सनातनविरोधी तत्व सदैव मूर्तिपूजा की निंदा करते है । उनका मत है कि "ना तस्य प्रतिमा अस्ति" अर्थ - उस परमपिता…

क्या शास्त्र प्रक्षिप्त है ?

विष का सन्देह होने पर आप भोजन कर सकते हैं? उदाहरणतः मैं आपके लिए गरमागरम छोले-भटूरे लाया, पर आपको सन्देह हुआ कि मैंने इसमें एक चुटकी साइनाइड मिलाया है। तो…

भगवान शिव की अर्ध परिक्रमा क्यों.. ?

शिवजी की आधी परिक्रमा करने का विधान है। वह इसलिए की शिव के सोमसूत्र को लांघा नहीं जाता है। जब व्यक्ति आधी परिक्रमा करता है तो उसे चंद्राकार परिक्रमा कहते…

जाति जन्म से या कर्म से

प्रश्न :- #समाजमें_मनुष्यों_का विभाजन_जन्म_या_कर्म परआधारित_होने_चाहिये ? उत्तर :- पुरीपीठाधिश्वर श्रीमज्जगदगुरु शंकराचार्य भगवान द्वारा दिया गया समाधान ।। सिर , हाथ , पेट , पांव , गुदा का वर्गीकरण कर्म के…